लोकसभा चुनाव के बाद भारत के लोकतंत्र के पर्व लोकसभा का 18वां सत्र आज नई संसद में शुरू हुआ। नए सांसदों को संसद सत्र में शपथ दिलाई जाएगी। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, '18वीं लोकसभा का उद्घाटन सत्र भारत के लोकतंत्र में एक मील का पत्थर है। यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि देश की जनता ने मुझे लगातार तीसरी बार सरकार की सेवा करने का अवसर दिया है।
आजादी के बाद पहली बार नए संसद भवन में सांसदों का शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस महान दिवस पर मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों का हृदय से बहुत-बहुत स्वागत करता हूं, बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं। हमारा मानना है कि सरकार का नेतृत्व करने के लिए बहुमत की जरूरत होती है। यही कारण है कि हमने पिछले 10 वर्षों से एक एल्गोरिथ्म को लागू करने का प्रयास किया है। देश का नेतृत्व करने और भारत की सेवा करने के लिए आम सहमति बहुत महत्वपूर्ण है।
इसलिए 140 करोड़ भारतीयों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हमारी सरकार सबकी सहमति से सबको साथ लेकर चलने का निरंतर प्रयास करेगी। संविधान की पवित्रता को बनाए रखते हुए, हम सभी को एक साथ लाना चाहते हैं, निर्णयों में तेजी लाना चाहते हैं और आगे बढ़ना चाहते हैं। कल 25 जून है। 25 जून को देश में आपातकाल के 50 साल पूरे हो रहे हैं।
भारत की नई पीढ़ी वो दिन कभी नहीं भूल पाएगी जब भारत का संविधान पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था, संविधान के हर हिस्से को टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया था, देश को जेल में बदल दिया गया था, लोकतंत्र को पूरी तरह से कुचल दिया गया था।
इसलिए यह सरकार हमारे संविधान की रक्षा करेगी और भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करेगी। हम भारत के संविधान के अनुसार सामान्य मानव के सपनों को पूरा करने का संकल्प लेंगे ताकि भारत में फिर से कोई ऐसा करने की हिम्मत न करे।