साथ चरणों में लोक सभा चुनाव ख़तम होकर, पिछले हफ्ते ही परिणाम भी बाहर आये है। तीसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए के सहयोगियों के समर्थन से सरकार बनाई है, भले ही बीजेपी के पास स्पष्ट बहुमत नहीं है। इस चुनाव के प्रचार में सोशल मीडिया पर कुछ अभियानों का बोलबाला रहा। उनमें से एक एक्स सहित सोशल मीडिया पेजों पर कोष्ठक में 'मोदी का परिवार' शामिल करना है।
इस बदलाव के लिए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव जिम्मेदार हैं। पटना में भारतीय सहयोगी दलों की एक रैली को संबोधित करते हुए लालू प्रसाद ने कहा, 'मोदी का अपना कोई परिवार नहीं है। उन्हें राम मंदिर पर गर्व है। वह सच्चा हिंदू नहीं है।
इस टिप्पणी के जवाब में, अमित शाह सहित शीर्ष भाजपा नेताओं ने अपने एक्स साइट के नाम के बाद 'मोदी का परिवार' जोड़ा। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी इसका पीछा किया। ऐसे में चुनाव नतीजे आने के बाद बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने फिर से सरकार बना ली है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'चुनाव प्रचार के जरिए पूरे भारत के लोगों ने अपने सोशल मीडिया पर मेरे लिए स्नेह के प्रतीक के तौर पर 'मोदी का परिवार' को जोड़ा। मुझे उससे बहुत ताकत मिली। भारत की जनता ने लगातार तीसरी बार एनडीए को बहुमत दिया है, जो एक तरह की उपलब्धि भी है।
और लोगों ने हमें अपने राष्ट्र की भलाई के लिए काम करना जारी रखने का जनादेश दिया है। मैं एक बार फिर भारत के लोगों को यह संदेश देने के लिए धन्यवाद देता हूं कि हम सभी एक परिवार हैं।
मैं आपसे अपने सोशल मीडिया पेजों के नाम से 'मोदी का परिवार' हटाने का भी अनुरोध करता हूं। आपका नाम बदल सकता है, लेकिन भारत की प्रगति के लिए काम करने वाले एकमात्र परिवार के रूप में हमारा बंधन मजबूत और अटूट है।