पूर्व एमपी जयाप्रदा के खिलाफ की सजा निलंबित करने को अदालत ने मना किया है। और जल्द और पूर्व एमपी को गिरफ्तार करके अदालत में पेश करने को निर्णय दिया गया है।
जया प्रदा के खिलाफ 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के कथित उल्लंघन के लिए दो मामले दर्ज किए गए थे।
जयाप्रदा उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट पर बीजेपी के लिए 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ा था। चुनाव प्रचार के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए गेमरी और सावर पुलिस थानों में दो मामले दर्ज किए गए थे। रामपुर की एक अदालत में मामले की सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए जया प्रदा को समन जारी किया।
अभिनेत्री को व्यक्तिगत रूप में आने की समान, लगभग 7 बार किया गया है और गिरफ्तार वारंट जारी कर चुका है। लेकिन अभिनेत्री कोर्ट में पेश आने से बचती रही। मामले की दुबारा सुनवाई होने पर पुलिस ने खुलासा किया कि अभिनेत्री अपनी साड़ी फ़ोन्स को बंद करके रखी है। नाराज जज बंसल ने जया प्रदा को भगोड़ा अपराधी घोषित कर दिया। न्यायाधीश ने उसे तुरंत गिरफ्तार करने और अदालत में पेश करने का आदेश दिया।
जया प्रदा ने 2004 और 2009 में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में रामपुर लोकसभा सीट जीती। लेकिन 2019 में उन्होंने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और हार गए। इसके बाद से वह राजनीति से दूर हैं।