दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शराब घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया है।
वह अब न्यायिक हिरासत के लिए हाल ही में तिहाड़ में रखा गया है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी। याचिका पर आज अदालत में सुनवाई हुई।
केजरीवाल की ओर से पेश वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। उनके घर जाकर बयान लेने का कोई प्रयास नहीं किया गया।
वकील ने कहा, "ईडी को बयान लेने के बाद ऐसा करना चाहिए था। क्या अरविंद केजरीवाल के लिए देश छोड़कर भागना संभव है?
क्या अरविंद केजरीवाल ने पिछले डेढ़ साल में किसी गवाह को धमकाया है?
क्या उन्होंने जांच करने से इनकार कर दिया?
उन्होंने उसे अपमानित करने के एकमात्र इरादे से गिरफ्तार किया है।
अरविंद केजरीवाल को चुनाव में भाजपा की भारी जीत के लिए प्रचार करने से रोकने के लिए गिरफ्तार किया गया था। वे आम आदमी पार्टी को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
निष्पक्ष चुनाव लोकतांत्रिक प्रणाली का हिस्सा हैं। अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की क्या जल्दी है? मैं यहां राजनीति की बात नहीं कर रहा हूं। मैं कानून की बात नहीं कर रहा हूं। पहले चरण के चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (आप) को अस्थिर करने के लिए जल्दबाजी में गिरफ्तारियां की गईं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें 10 दिन की पुलिस हिरासत में ले लिया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा है कि फिलहाल तिहाड़ जेल में बंद अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले में मुख्य आरोपी हैं। ईडी ने यह भी कहा है कि उसकी रिहाई से जांच प्रभावित होगी। आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने बताया कि अरविंद केजरीवाल जेल में बीमार पड़ गए हैं और उनका वजन पांच किलो तक कम हो गया है।