भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की स्थापना की 90वीं वर्षगांठ आज मुंबई के नरीमन प्वाइंट में हो रही है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार, केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी और भागवत किशनराव और आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास मौजूद रहेंगे।
देश में लोकसभा चुनाव चल रहे हैं, ऐसे में भारतीय रिजर्व बैंक के वार्षिक समारोह में प्रधानमंत्री की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण है।
भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना 1935 में 5 करोड़ रुपये की प्रारंभिक पूंजी के साथ की गई थी। इस बैंक को शुरू करने का प्रस्ताव 1926 में भारत के लिए एक अलग केंद्रीय बैंक की आवश्यकता पर विचार करते हुए रखा गया था।
बैंक 1935 में ही परिचालन में आया। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) पाकिस्तान और म्यांमार को सेवाएं प्रदान कर रहा था जब इसकी स्थापना की गई थी। 1947 में, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने म्यांमार को मुद्रा जारी करने की शक्ति को त्याग दिया।
केंद्र सरकार ने 1949 में भारतीय रिजर्व बैंक का राष्ट्रीयकरण किया। अभी आरबीआई में 27 विभाग हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सभी वित्तीय संबंधित कार्य करता है जैसे कि देश भर में समान ब्याज दरों को बनाए रखना, बैंकों को विनियमित करना, मुद्रा नोट छापना आदि।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले साल 874 अरब रुपये कमाए थे।
अगले 10 वर्षों में, हम उम्मीद कर सकते हैं कि भारतीय रिजर्व बैंक का प्रदर्शन उस स्तर पर रहेगा जिस पर दुनिया ध्यान देगी।