अगले जनवरी 22 को अयोधा धाम में राम मंदिर की उद्घाटन होनेवाला है। इसी दिन में माँ बनने चाहते है महिलाएं। इसलिए उत्तर प्रदेश के गर्भवती महिलाओं ने उसी दिन अपने डेलिवेरी करने की अनुरोध डॉक्टरों से कर रहे है।
राम जन्मा भूमि माना जानेवाला अयोध्या में जनवरी 22 को राम मंदिर उद्घाटन किया जा रहा है। भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के उपस्थिति में उद्घाटन और रामलला प्राण प्रतिष्ठा होनेवाला है।
इसे लेकर पुरे देश में लोग उत्साहित है और जबरदस्ती तैयारियां भी चल रहे है। महत्त्वपूर्ण रूप से भगवान् रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए खूबी इंतज़ार है।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त जनवरी 22 को 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड है। इस अवसर में देश के कई लोग अपने ही घरों में शुभ कार्यों की शुरुआती करना चाह रहे है, महत्वपूर्ण रूप से गर्भवती महिलाएं तथा उनके परिवार के लोग।
इन लोगों का इच्छा यह है की जब रामलला का जन्मा होगा उसी क्षण उनके बच्चों का भी जन्म हो, इसका अनुरोध डॉक्टरों से महिलायें और उनके परिवार के लोग कर रहे है। ये सिर्फ एक या दो महिलाये का रिक्वेस्ट नहीं बल्कि बड़ी संख्या में ऐसी मांग आ रहे है।
गर्भवती महिलाएं की इस डिमांड से डॉक्टरन का पाँव फुल है। कुछ गर्भवतियों का अनुरोध यह है की, उनके दिए हुए डिलीवरी डेट जनवरी 22 से पहले है या बाद में, पर सीज़ेरियन करके जनवरी 22 के तारिक में उनके बच्चे का जन्म हो। लोगों का मानना है की जनवरी 22 एक सौभाग्यशाली क्षण है।
गणेश शंकर विद्यारती मेमोरियल मेडिकल कॉलेज के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग के कार्यवाहक प्रभारी सीमा द्विवेदी ने पीटीआई से बात करते वक्त खुलासा किया कि, "ऐसे अनुरोध के साथ उनको 12 से 14 पत्र आ चुके है। वो भी एक ही डिलीवरी रूम में। कुल मिलाकर जनवरी 22 के दिन में ही लगभग 35 सीज़ेरियन डेलीवेरीज के लिये आयोजन किया जा चुका है।
उस अस्पताल में साधारण दिनों में 14 से 15 ऑपरेशन्स डॉक्टरों करते है। सीमा द्विवेदी ने कहा कि एक महिला का डिलीवरी डेट जनवरी 17 को है और उस औरत ने डेट को जनवरी 22 को बदलने के लिए कहा है। एक और परिवार के लोगों ने कहा, ''100 साल से राम मंदिर का इंतजार कर रहे हैं, वह सौभाग्यशाली क्षण होगा जब हमारा बच्चा इस दुनिया में आएगा।''