यौन उत्पीड़न मामले में नाम किये गए कर्नाटक एमपी प्रज्वल रेवन्ना को जनता दल ने ससपेंड कर चुकी है। इस मामले के बारे में बात करते हुए केंद्रीय इंटरनल अफेयर्स मंत्री अमित शाह ने कहा है कि कर्नाटक सरकार ही करवाई लेना है।
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के पोते और एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली जनता दल (एस) में एक प्रमुख व्यक्ति प्रज्वल रेवन्ना पर कर्नाटक में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। कर्नाटक सरकार ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
इस बीच, भाजपा के एक शीर्ष पदाधिकारी ने पिछले साल भाजपा नेतृत्व को पत्र लिखकर वीडियो को लेकर चेतावनी देने की मांग की थी।
विपक्षी दल यौन उत्पीड़न के आरोपी उम्मीदवार के लिए जानबूझकर प्रचार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना कर रहे हैं।
आलोचना का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "देश की महिलाओं की शक्ति के साथ खड़े होने का भाजपा का रुख हमेशा स्पष्ट रहा है। मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि कर्नाटक में किसकी सरकार है।
कांग्रेस सरकार ने अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? यह राज्य में कानून-व्यवस्था का मुद्दा है। कार्रवाई करना राज्य सरकार का काम है। हमारी सरकार इस मामले की जांच के पक्ष में है।
हमारे सहयोगी जनता दल (एस) ने भी कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में आज पार्टी की एक अहम बैठक होगी। कुछ महत्वपूर्ण कदम हैं जो उठाए जा सकते हैं।