महाराष्ट्र में कुछ महीने पहले बड़ी मात्रा में ड्रग्स जब्त किया गया था। यह दवा पुणे और नासिक की केमिकल फैक्ट्रियों में बनी हुई थी। ललित पाटिल को पिछले साल इसके निर्माण और बड़े पैमाने पर इसकी बिक्री के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
सुराग मिलने पर पुणे पुलिस ने आज सुबह भैरव नगर और विसारावाड़ी इलाकों में छापे मारे। छापेमारी के दौरान 700 किलो नशीले पदार्थ जब्त किए गए। तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि अनिल साबले नामक व्यक्ति के स्वामित्व वाली एक फैक्ट्री से ड्रग्स जब्त किया गया था। "अन्य दो कूरियर हैं। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या अनिल और ललित पाटिल के बीच कोई संबंध है, जो पहले से ही इसी ड्रग मामले में जेल में हैं।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों से पूछताछ में पता चला कि उन्होंने ड्रग्स को दिल्ली भी भेजा था। इसके बाद दिल्ली के कुरकुंभ इलाके में एक गोदाम में छापेमारी की गई।
करीब 400 किलो नशीले पदार्थ जब्त किए गए। इनका कुल मूल्य 2,500 करोड़ रुपये है। जब्त की गई दवा को 'म्याऊ म्याऊ' कहने का रिवाज है। बड़े पैमाने पर पार्टियों में इसका इस्तेमाल करने की प्रथा है। वहीं, कहा जाता है कि कीमत भी कम है।