सरकार ने पिछले साल दिसंबर में देश में प्याज की कमी को रोकने के लिए प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। इससे किसानों को असुविधा हुई।
सरकार ने छह देशों- बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, भूटान, बहरीन, मॉरीशस और श्रीलंका को 99,150 टन प्याज के निर्यात की अनुमति दी है।
उपभोक्ता मामले और खाद्य मंत्रालय के अनुसार, 2022-23 की तुलना में 2023-24 में प्याज का उत्पादन कम होने का अनुमान है। नतीजतन, घरेलू मांग को पूरा करने के लिए विदेशों में प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। फिलहाल छह देशों को 99,150 टन प्याज निर्यात करने की अनुमति दी गई है।
प्याज निर्यात गतिविधियां नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड के माध्यम से की जाएंगी। प्याज की आपूर्ति उस एजेंसी या देशों की एजेंसियों को की जाएगी जिन्हें इसकी अनुमति 100 प्रतिशत अग्रिम के साथ बातचीत के माध्यम से मूल्य पर की गई है।
महाराष्ट्र देश में प्याज का सबसे बड़ा उत्पादक है और उम्मीद है कि वहां से बड़ी मात्रा में प्याज निर्यात किया जाएगा।
इसके अलावा सरकार ने पश्चिम एशिया तथा कुछ यूरोपीय देशों को निर्यात किए जाने वाले 2,000 टन सफेद प्याज के निर्यात की भी अनुमति दी है।