एक्टर रजनीकांत की हालिया हरकतों की वजह से सोशल मीडिया पर कई लोगों ने उन्हें 'संघी' कहा। काला में एक-दूसरे के पैरों पर गिरने के खिलाफ अभिनय करने वाले रजनीकांत को जेलर की रिहाई के समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चरणों में गिरने के बाद से सोशल मीडिया पर कुछ नकारात्मक टिप्पणियों का सामना करना पड़ा है।
इसके अलावा अयोध्या में राम मंदिर शिलान्यास कार्यक्रम में भाग लेने पर भी काफी टिप्पणियां उठायी, क्योंकि उनके फिल्म वल्ली में बाबरी मस्जिद के विध्वंस के खिलाफ अभिनेता ने कुछ विषय बताया था। जब मंदिर की उद्घाटन हुयी, तब अभिनेता ने राय जाहिर की कि लगभग 500 साल की समस्या का अभ समाधान मिला। इस पर कई लोगों ने उन्हें संघी कहकर उनकी आलोचना की।
लाल सलाम के ऑडियो लॉन्च पर रजनीकांत की बेटी ऐश्वर्या रजनीकांत ने कहा, "मेरे पिता को संघी कहा जाता है। वे कहते हैं कि एक राजनीतिक व्यक्ति को संघी कहा जाता है। वह संघी नहीं है। रजनीकांत संघी नहीं हैं। अगर आप यह फिल्म देखेंगे तो समझ जाएंगे।
इसके बाद एक और चर्चा पर अभिनेता रजनीकांत के नाम पड़ गयी, की क्या संघी एक बुरा शब्द है, जिसके बारे में ऐश्वर्या ने बात की। इस पर सफाई देते हुए रजनीकांत ने चेन्नई हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ऐश्वर्या ने कहीं नहीं कहा कि चंकी बुरा शब्द है । मेरे पिता अध्यात्मवादी और सभी धर्मों के प्रेमी थे। ऐश्वर्या का विचार है कि उन्हें ऐसा क्यों कहा जा रहा है।