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Sehwag: सरफ़राज़ को निचे दिखाते हुए, ध्रुव जुरेल की प्रशंसा की वीरेंद्र सेहवाग? ट्वीट से उठी विवाद

सहवाग बीते दिनों कई ट्वीट कर चुके हैं। यह एक अनुभवी के लिए अच्छा नहीं है जो समय से परे सम्मान प्राप्त करना चाहता है।

Hindi Editorial
पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने ध्रुव जुरेल को 'बधाई' ट्वीट करके विवाद खड़ा कर दिया है, जो वर्तमान में भारत के लिए खेल रहे हैं।

भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच रांची में खेला गया था। डेब्यूटेंट ध्रुव जुरेल ने इस मैच में 90 रन बनाए। सहवाग ने उनके बारे में ट्वीट किया।

"मीडिया ने उन पर उम्मीदें नहीं बढ़ाईं। कोई अनावश्यक नाटक नहीं। अपनी अविश्वसनीय प्रतिभा के साथ, उन्होंने कठिन परिस्थितियों में टीम के लिए अच्छा योगदान दिया है। तुम स्तब्ध हो, जुरेल। बधाई हो!"
सहवाग

सहवाग के ध्रुव जुरेल को बधाई देने में कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन समस्या उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए शब्दों की थी। सोशल मीडिया पर शक था कि सहवाग मीडिया लाइमलाइट और ड्रामे के जरिए युवा सरफराज खान पर हमला कर रहे हैं।

सरफराज खान और ध्रुव जुरेल ने पिछले मैच में एक साथ डेब्यू किया था। लेकिन सरफराज मीडिया का फोकस थे। कारण वह रास्ता है जिस पर वह चला है। इसी तरह, जिन क्षणों में सरफराज और उनके पिता ने आँसू के साथ प्यार साझा किया, वे दिल को छू लेने वाले थे। सहवाग के प्रशंसक उनकी आलोचना करते रहे हैं और कहते रहे हैं कि उनका ट्वीट इन घटनाओं का मजाक उड़ाता है।

फैंस के रिएक्शन देखकर सहवाग ने कहा, 'मैं ऐसा किसी का अनादर करने या अपमान करने के लिए नहीं कह रहा हूं। लेकिन खिलाड़ियों पर रोशनी और अपेक्षाएं बिना किसी अंतर के समान होनी चाहिए।

इस सब के कुछ घंटों बाद सहवाग ने कुलदीप यादव को लेकर एक ट्वीट किया था। "उसे उच्च उम्मीदें नहीं हैं। कोई ऑनलाइन फैन क्लब नहीं। यह कहने वाला कोई नहीं है कि यह भविष्य है। हमें उसे और अधिक श्रेय देने की जरूरत है।

सचिन - सहवाग

सहवाग दिग्गज हैं। क्रिकेट जगत में उनका बहुत सम्मान किया जाता है। जब वह कोई राय बनाते हैं, तो उन्हें इसे अपनी गरिमा के साथ कहना चाहिए। किसी का अभिवादन करते समय दूसरे को चिढ़ाने वाले तरीके से लिखना बचकाना है। यह उनके प्रति उनके सम्मान को कम करने का कार्य है।

युवा खिलाड़ियों पर मीडिया की सुर्खियों के आलोचक सहवाग मीडिया लाइमलाइट और प्रोत्साहन के बिना बड़े हुए?

उन्हें खुले तौर पर 'छोटे सचिन' के रूप में सम्मानित किया गया था। यहां तक कि जब उन्होंने क्रिकेट खेला तब भी कई खिलाड़ी ऐसे थे जिन्हें मीडिया में उनके जैसा लाइमलाइट और मौका नहीं मिला।

क्या इसका मतलब यह है कि सहवाग ने वह लाइमलाइट छीन ली जो खिलाड़ियों पर पड़नी चाहिए थी और जिस मौके के वे हकदार थे?

सहवाग

प्रशंसकों का कहना है कि, सहवाग बीते दिनों कई ट्वीट कर चुके हैं। यह एक अनुभवी के लिए अच्छा नहीं है जो समय से परे सम्मान प्राप्त करना चाहता है।