इस सीजन के आईपीएल मार्च 22 से शुरू हुआ। पहली मैच चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ हुआ था, जिसमे चेन्नई ने जीता। लेकिन इस साल इंतज़ार मुंबई मैच का था, क्योंकि टीम ने कॅप्टेन्सी से रोहित शर्मा को बिना कारण बताये हटाकर, नेतृत्व हार्दिक पंड्या से दिया था। इससे टीम के बाकी खिलाड़ियाँ, फैंस, रोहित शर्मा के करीबी लोग निराश थे।
हार्दिक पंड्या मुंबई इंडियंस के लिए खेलते रहे एक प्रमुख खिलाड़ी थे। दो साल पहले दो नयी टीम्स को आईपीएल में प्रस्तावित किया गया था, गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपर जायंट्स। जीटी टीम के कप्तान के रूप में हार्दिक पंडिया को नियुक्त किया गया था। इसके बारे में बताते हुए हार्दिक ने कहा कि उन्हें लखनऊ टीम के लिए खेलने की इच्छा थी, लेकिन गुजरात टीम के कोच नेहरा ने कहा था की हार्दिक को नेतृत्व दिया जाएगा।
पहली वर्ष में ही गुजरात ने हार्दिक पंड्या के कॅप्टेन्सी में आईपीएल की कप जीती। पिछले साल चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ फाइनल में टीम ने हार दिया था।
इस मोड़ पर हार्दिक पंड्या को ट्रेडिंग से वापस मुंबई टीम को ही लाया गया था। तब ही अफवाहें चल रहा था कि टीम के नेतृत्व में बदलाव आएगा। कथानुसार हार्दिक ने वापसी के लिए कॅप्टेन्सी की शर्त रखा जिसे मुंबई इंडियंस टीम के मैनेजमेंट ने मान लिया था।
कॅप्टेन्सी से बिना बताये, अचानक पांच बार कप जीतनेवाले रोहित शर्मा को हटाया गया और हार्दिक पंड्या को कप्तान घोषित किया गया।
कल, मुंबई इंडियंस और गुजरात टाइटंस के बीच मैच हुआ था। जब टॉस के लिए हार्दिक पंड्या मैदान में आया था, प्रशंसकों ने हार्दिक को खूब खरी-खोटी सुनाई। अब मैच की और एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमे हार्दिक फील्ड सेट कर रहा है, और रोहित को बाउंड्री लाइन के पास भेजकर खड़ा रखा। और फंस रोहित शर्मा की नाम को चिल्लाने का वीडियो भी वायरल हो रहा है।
फैंस का कहना है कि रोहित शर्मा कभी डीप में फील्ड नहीं करते। और यह बस अपनी ऊपरी हाथ दिखाने का एक कृत्य है।
इस कॅप्टेन्सी विवाद के बारे में हार्दिक पंड्या या रोहित शर्मा ने अपनी राय को अभी तक नहीं खुलासा किये है। ये सब घृणा अभी तक सोशल मीडिया पर ही चल रहे है। सच तो रोहित शर्मा ही बता सकते है।