तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना करते हुए इसे 'घृणित और शर्मनाक' कृत्य करार दिया।
गिरफ्तारी से ठीक पहले झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले सोरेन से कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक मामले में घंटों पूछताछ की गई।
स्टालिन ने भाजपा नीत केंद्र सरकार की कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे ''राजनीतिक प्रतिशोध का खुलेआम प्रदर्शन'' करार दिया।
उन्होंने एक आदिवासी नेता को निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे 'नया निचला स्तर' और सत्ता का दुरुपयोग करार दिया।
स्टालिन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा, "भाजपा की प्रतिशोधी राजनीति के बावजूद, थिरु @HemantSorenJMM मजबूती से खड़े हैं, उन्होंने झुकने से इनकार कर दिया है।
विपरीत परिस्थितियों में उनका लचीलापन सराहनीय है। भाजपा की धौंस जमाने की रणनीति के खिलाफ लड़ने का उनका दृढ़ संकल्प एक प्रेरणा है।"
स्टालिन ने कहा कि इस गिरफ्तारी से भाजपा पर हताशा और गंदी राजनीतिक रणनीति के आरोप लगे हैं और इस तरह की कार्रवाई से विपक्ष की आवाज नहीं खामोश होगी।
यह घटना भारत में सत्तारूढ़ दल और विपक्ष के बीच चल रहे राजनीतिक तनाव और सत्ता संघर्ष को उजागर करती है।