हत्या 
इंडिया

Uttar Pradesh: समलैंगिकता का विरोध; पार्टनर पर आक्रमण किये पिता को मारा बेटा

यौन संबंध का विरोध करने पर पिता की पीट-पीटकर हत्या करने और शव को फावड़े से जलाने के आरोप में बेटा गिरफ्तार

Hindi Editorial

मोहनलाल शर्मा (55) उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के अंडापारा के रहने वाले हैं। वह टैक्सी ड्राइवर का काम करता था। उनका बेटा 23 वर्षीय अजित है। अजित ने इंटरमीडिएट की पढ़ाई छोड़ दी है और इलाके में एक कपड़े की दुकान में काम करता है।

हालांकि, अजित और 20 वर्षीय लड़का कृष्णा दोनों पिछले पांच सालों से साथ में है। मोहनलाल ने अपने बेटे के यौन आकर्षण को स्वीकार नहीं की और इस रिलेशनशिप को कड़ी निंदा भी की।

अपराध

ऐसे में जब अजित और उनके साथी कृष्णा घर पर अकेले थे मोहनलाल ने देख लिया और दोनों पर हमला किया। इससे नाराज होकर अजित और कृष्णा अपने दो दोस्तों के साथ मोहनलाल पर हमला करके उनको मार डाला।

मोहनलाल का शव पूरे दिन घर में एक खाट के नीचे छिपा रहा। इसके बाद उन्होंने शव  को एक एल्यूमीनियम के डिब्बे में भरकर पास के आयरा गांव में एक सुनसान जगह  पर दोपहिया वाहन पर रख दिया, उस पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी।

एल्युमिनियम के एक डिब्बे में अधजली लाश देखकर स्थानीय लोग हैरान रह गए और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि आग लगाने से कई घंटे पहले मौत ही व्यक्ति का मौत हो चुका था। इसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

सीसीटीवी फुटेज के आधार पर, लोकेश और दीपक को गिरफ्तार कर लिया गया।  उनके बयानों के आधार पर, पुलिस ने अजित और कृष्ण को गिरफ्तार करने का फैसला किया।  जब पुलिस अजित और कृष्ण को गिरफ्तार करने गई, तो उन्होंने उन पर अपनी छिपी हुई बंदूकों से हमला किया।  पुलिस  ने जवाबी कार्रवाई की और दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस के अनुसार, मोहनलाल के बेटे अजीत और उसके तीन साथियों ने अपराध करने की बात कबूल कर ली है। मृतक अपने बेटे के समलैंगिक संबंधों को स्वीकार करने में असमर्थ था और उसने उन पर आपत्ति जताई।

और उसने उन पर हमला कर दिया। अपने प्रेमी कृष्णा पर हमले को सहन करने में असमर्थ, अजित अपने दोस्तों के साथ अपने पिता को मारने की योजना बनाता है। योजना के मुताबिक चारों ने मिलकर मोहनलाल पर कुदाल से हमला कर उसकी हत्या कर दी। यह नहीं जानते हुए कि क्या करना है, उन्होंने शव को एक दिन के लिए घर पर रखा और फिर उसे पास के एक गांव में एक सुनसान जगह पर ले गए, उसमें पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी।

चारों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।  उनके पास से पिस्तौल और कारतूस भी जब्त किए गए हैं। अजित और कृष्णा  ने पुलिस पर उस समय गोलियां चलाईं जब वे उन्हें गिरफ्तार करने गए थे। उन्हें इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इलाज खत्म होने के बाद अदालत में पेश किया जाएगा।