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Ranji Trophy: 41 बनाम 2 - क्या तमिलनाडु रणजी ट्रॉफी में मुंबई को हरा पाएगी?

रणजी ट्रॉफी में मुंबई का हमेशा दबदबा रहा है। उन्होंने अब तक 41 बार रणजी ट्रॉफी जीती है। तमिलनाडु ने केवल दो बार 1954 और 1987-88 में रणजी ट्रॉफी जीती है।

Hindi Editorial
रणजी ट्रॉफी के सेमि फाइनल में तमिलनाडु टीम मुंबई के खिलाफ लड़नेवाली है। अपने अंतिम चरणों में चल रहे रणजी ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में तमिलनाडु ने सौराष्ट्र को हराकर पहले ही सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया था। सेमीफाइनल में मुंबई और तमिलनाडु आमने-सामने होंगे।

मुंबई और बड़ौदा के बीच मुकाबला ड्रॉ रहा और मुंबई ने पहली पारी में बढ़त के कारण सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। अब भारतीय टेस्ट टीम के लिए खेल रहे सरफ़राज़ खान का भाई मुशीर ने डबल सेंचुरी लेने के साथ, मुंबई पहली पारी में 384 रन बनाए। जवाब में बड़ौदा पहली पारी में 348 रन ही बना सकी। मुंबई ने 36 रन की बढ़त ले ली। मुंबई ने दूसरी पारी को उतनी ही मेहनत से खींचा जितना वे कर सकते थे क्योंकि उन्होंने पहली पारी में बढ़त ले ली थी।

नंबर 10 बल्लेबाज

मुंबई ने दूसरी पारी में 569 रन बनाए। तुषार देशपांडे और कोटियन ने 10वें विकेट के लिए 233 रन बनाए। तुषार देशपांडे ने 123 रन और कोटिएन ने 120 रन बनाए।

जब मैच ड्रॉ हुआ, तब बड़ौदा टीम ने 30 ओवर में 121 रन बनाए थे, जिसकी वजह से मुंबई ने सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई हो गया।

रणजी ट्रॉफी में मुंबई अब तक 41 बार रणजी ट्रॉफी जीती है।

तमिलनाडु ने केवल दो बार 1954 और 1987-88 में रणजी ट्रॉफी जीती है। तमिलनाडु को कई बार नॉकआउट में मुंबई ने मात दी है। दोनों टीमें 2000 रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में भिड़ी थीं। तब सचिन दोहरा शतक लगाकर तमिलनाडु का सपना चकनाचूर कर देते। अब 7 साल बाद तमिलनाडु सेमीफाइनल में पहुंच गया है।

साई किशोर & Co

साई किशोर की अगुवाई वाली टीम आत्मविश्वास के साथ खेल रही है। रहाणे की अगुवाई वाली मुंबई की टीम भी पूरी ताकत के साथ दबदबा बनाए हुए है। श्रेयस अय्यर, जो फिलहाल भारतीय टीम में नहीं हैं, सेमीफाइनल में भी मुंबई के लिए खेलेंगे। इसी तरह इंग्लैंड सीरीज में मौका नहीं मिलने वाले वॉशिंगटन सुंदर भी सेमीफाइनल में तमिलनाडु के लिए खेलेंगे।