ग्लोबल कंसल्टिंग फर्म की हाल ही अध्ययन में यह पता किया गया है की 2024 में लगभग 42 फीसदी भारतीय अपने काम को बदलनेवालें है
ग्लोबल कंसल्टिंग फर्म पीडब्ल्यूसी (पीडब्ल्यूसी) ने '2023 में भारतीय कामगारों की उम्मीदों और आशंकाओं का सर्वेक्षण' शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की है।
वैश्विक स्तर पर, 2024 तक 26 प्रतिशत कर्मचारियों के अपनी नौकरी बदलने की संभावना है।
42 प्रतिशत भारतीय कर्मचारियों के नौकरी बदलने की संभावना है। वे नौकरी बदलने के पीछे बेहतर वेतन और पदोन्नति की उम्मीद कर रहे हैं।
उम्मीद की जा रही है कि 73 प्रतिशत वरिष्ठ अधिकारी, 70 प्रतिशत प्रबंधक और 63 प्रतिशत गैर-प्रबंधक वेतन वृद्धि की मांग करेंगे।
लगभग 62 प्रतिशत का मानना है कि अगले पांच वर्षों में अपना काम करने के लिए आवश्यक कौशल में काफी बदलाव आएगा।
यह ध्यान दिया गया है कि भारतीय कर्मचारी 2024 के अनिश्चित नौकरी बाजार में प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए खुद को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
51 प्रतिशत भारतीय कर्मचारियों का मानना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से उनके काम में उत्पादकता बढ़ेगी। वैश्विक स्तर पर, 31 प्रतिशत का मानना है कि एआई उनके काम में उत्पादकता बढ़ाएगा।
13 प्रतिशत का मानना है कि एआई उनकी नौकरियां छीन लेगा और भारत में 21 प्रतिशत।
भारत में 37 प्रतिशत और वैश्विक स्तर पर 21 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि एआई नई नौकरियां पैदा करेगा।
भारत में 24 प्रतिशत और वैश्विक स्तर पर 14 प्रतिशत ने कहा कि एआई का उनके काम पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।